हिन्दुस्तान में न जाने कितने तालिबान हैं.. हमारे यहाँ नौकरों से ज्यादा तो मालिक हैं.. यहाँ धर्मों के मालिक हैं. अधर्मों के मालिक हैं. गुंडों के मालिक हैं. हैं नेताओं के मालिक हैं. दबंगों के मालिक हैं. अपंगों के मालिक हैं. और इन सबका तो भगवान् ही मालिक है. वैसे भगवान् भी धरती पर इन लोगों के फुल कंट्रोल में रहते हैं. जैसा अरमान इनके दिल में आया वैसा फरमान इन्होने सुनाया. अब आप मानो या न मानो.. उसे सुन कर हंसो.. या फिर मान कर उसमें फंसो ... ये तो आपकी मर्जी है. यहाँ फेसबुक में और इंटरनेट में बैठकर उनके खिलाफ लिखना और उसपर रिएक्ट करना आसान है. पर उनका क्या होगा. जो वहां रह रहे हैं.. बेचारे कल से चाऊमीन नहीं खा पाएंगे.
खाप के माई-बापों ने छुरी कांटे से चाऊमीन खाते खाते हार मान ली होगी. बड़े बड़े नेता जिनके सामने वोटों के लिए सर झुकाते हों वो चाऊमीन के लिए अपना सर झुका और नाक कटायें तो कैसे. छोटे छोटे लड़के उनके सामने चम्मच से ही चाऊमीन को सफाचट कर जाते हैं. वो बेचारे देखते रह जाते हैं.. तब उनको बचपन की बात याद आती है. " न खेलेंगे ... न खेलने देंगे." और फिर बुलाई जाती है सम्मान के लिए एक बैठक. फैसला लिया जाता है की चाऊमीन का बहिस्कार होना चाहिए. बिना कारन बहिस्कार तो बनता नहीं.. जो मामला गरम हो उससे जुड़े आरोप लगा देते हैं उसपर.
मुझे तो लगा था की जमीन घोटाले या फिर अपंगों या फिर कोयले से जुड़े घोटाले का आरोप जड़ कर चाऊमीन का बहिस्कार करेंगे.. खैर उन्होंने चाऊमीन पर जो आरोप जड़ा है वो तो चाऊमीन को सौस दिखाने लायक नहीं छोड़ा.
मेरे हिसाब से खापों की सीमा सीमित है मगर जुर्रत असीमित. खापों के बापों की भी हिम्मत नहीं की उनका कुछ बिगाड़ सकें.
9 comments:
प्लेट चाऊ-मिन की रही, बढ़ा प्रसभ दुर्योग |
खान-पान का फर्क है, बढ़ा विलासी भोग |
बढ़ा विलासी भोग, खोज मंत्री हरियाणा |
कैसे राज्य निरोग, बताता बड़ा सयाणा |
फास्ट फूड से जल्द, ऋतुमती बाला होती |
प्लेट डेट से भेंट, जिंदगी कांटे बोटी ||
एकदम सटीक और सार्थक पोस्ट...|
सादर |
Ravikar ji dhnywaad
Dr. mayank ji bahut bahut dhnywaad
mantu ji aapka bhi abhaar.
exilent MASTER... carry on...
thanx seema ji
good expression !! keep it up !!
Good expression !! keep it up !!
thanx geeta ji
Post a Comment