Thursday, December 30, 2010

बिखरे पन्ने/ bikhare panne

                  बिखरे पन्ने 
हाँ वो बिखरे पन्ने 
वो टुकड़े-टुकड़े 
वो कतरे-कतरे 
अहसासों के 
जज्बातों के 
उम्मीदों के 
एक सपने से 
फटे-पुराने 
उजड़े-उजड़े 
सोंधी सी खुशबू 
से निखरे 
बिखरे 
पन्ने 
हाँ वो बिखरे पन्ने 
वो टुकड़े-टुकड़े 
वो कतरे-कतरे 
बिन मंजिल की राहों के 
मुस्काती उन आहों के 
जीवन भरी निगाहों के 
भंवर फंसी सहराओं के 
डूबे-डूबे 
उलझे-उलझे 
रेत से फिसले 
दर्द से संवरे 
यादों के चिंदे  
बिखरे 
पन्ने 
हाँ वो बिखरे पन्ने 
वो टुकड़े- टुकड़े 
वो कतरे-कतरे 
वो बिखरे पन्ने 


bikhare panne 
haan vo  bikhare panne 
ahsaason ke zazbaaton ke
ummeedon ke 
ek sapne ke
fate purane 
ujade ujade 
sodhin si khusboo si
nikhare
bikhare
panne
haan vo bikhare panne
vo tukde tukde 
vo qatre qatre
bin manzil ki raahon ke
muskaati un aahon ke
jiwan bhari nigaahon ke
bhawar phasi sahrahon ke
doobe doobe
uljhe uljhe 
ret se fisle
dard se sanware
yaadon ke chinde
bikhre panne

haan vo bikhare panne
vo tukde tukde 
vo qatre qatre
vo bikhare panne